सजग नागरिक टाइम्स: पुणे शहर में ईद ए मिलाद के नामपर जो dj पर गाना बजाना चल रहा है
उससे इस्लाम की काफी बदनामी बड़ने की वजह से पूना में अलग अलग जगह पर मीटिंग लिए जा रहे है उसमे अलग अलग तंजीम के लोग काम कर रहे है .
जानिए NO DJ NO SONG जुलुस मीटिंग में क्या हुवा. इंडियन मुस्लिम फ्रटं उपाध्यक्ष साहील भाईने मिटिगं के विषयो को बताया
वही भाईजीने जनाब उस्मान हिरोली सहाब को मशवरे का सदर मुकीद किया और हाजी गफूर पठाण सहाबने ताईत किया.
बात को आगे बढाते हुआ भाईजीने जुलुस के जरूरीयात को उसके मकसद को उसके तरीको को और अब जो जुलुल की शक्ल बदलते जा रही है उसको सामने रखा.
और हर एक को अपनी राय को पेश करने की दावत दि.अझहर ताबोलीं भाईने दावत को कबुल करते हुआ अपनी राय को पेश किया.
उन्होने कहां. आप स.स. के सिरत को हमे पेश करना चाहीऐ. सभी तजींमो को जाकर समझाना पढेगां के, DJ से परहेज करे.
आगे सरफराज भाई आपनी बात रखते हुआ कहा के, हमे मै बोलकर काम करने से नही चलेगां. हमे हम बोलकर सभी गिलेशिकवो को छोडकर आप स.स. के सिरत को बचाना पढेगां.
हम एक नेता को चूनकर लाने रात दिन एक करते है. तो फिर सारे जहां के सरकार के सिरत को बचाने क्यू नही रात दिन एक कर सकेगें.
मौजू को आगे बढाते हुआ सलीम मौला (ह.बाबाजान दरगाह) ईन्होने DJ महासघं के जो सदर है उनसे बातचित मे कहां के जुलुस मे DJ ना दे.
वरना DJ को नुकसान पहोचाया जायेगां. धमकी वजा ईशारा का ईस्तेमाल करने की राय रखी.
साबीर भाईने कहा हम पिछले साल से DJ बदं किये है. ईस साल भी नही लाऐगें.
और जो फायनान्सर है उन्हे तजींमो को फायनान्स देने से मना करने कहां.वही रीयाज पठाण जो शातंता कमेटि के सदस्य है उन्होने जुलुस को लेकर पोलीस महकमे मे होनेवाली बातो को सामने रखा.
फिर अपनी बात रखने नगर सेवक हाजी गफुर सहाब खडे रह गये. और अपने जहीन खयालात मजलीस के सामने पेश किया.
आपने कहां उन्हे किसी से भी बैर नही आवाज कोई भी लगाये हम खडे है. ताकत दिखाने के बहोत सारे रास्ते है. बडे बडे ईस्तेमाओ के जरीऐ भी हम ताकत दिखा सकते है.
खैर जुलूस यह भी एक रास्ता है. मगर उसे सही ढगं से पेश करना चाहीऐ. सब से पहले हम अपने आप को पेश करे.
NO DJ NO SONG के तालूक से अपने नबी के सिरत से नौजवानो को जा जाकर समझाना चाहीऐ. उर ईसकी शुरूआत हम हमारे कोढंवा से ही से शुरू करते है.
OBC के औकाफ ऐ वक्फ के जब्बार भाई ईन्होने बहोत ही जहीन और हटकर अपनी बात को रखा.
आप ने कहां सरकार अगर साधूवासवानी जयतीं पर मिट लेस डे मना सकती है जैन परयुशन पर मिट शाॅप कुछ दिन बदं कर सकती है तो आप स. स. के जयंती के दिन ड्राय डे क्यू नही मना सकती है.
वैसी हिदायते देने के लिऐ जिम्मेदारो कोअमल करने कहां.मुनाफ भाई ईन्होने बच्चो को समझाने के बात को सामने रखते हुआ मशवरे के लाईन आॅफ ऐक्शन क्या होना चाहीऐ ईस बात को वाजेह करने पर जोर दिया.
साहील सैय्यद इन्होने वह जो खैर के काम उस दिन करते है उसे सामने रखा. जैसा दिगर मजहब के विदवानो को-दोस्तो को-जानपहचान वालो को एकट्टा करके आप स.स. के सिरत पर रोशनी दालते है.
जो ताम और आम के साथ रहेता है. साथ मे कोहीनुर चौक, लष्कर पोलीश स्टे. पर मिठाईया बाटना,
रात को जाकर रास्तो के चौराहे पर सोये हुऐ गरीब मिस्किनो को कबूल बाटना वगैरा.
ईस औरहा से सरकार के आमद की खुशिया मनाते है. जो औरो ने भी अपनाये ईसके रहेबरी के लिऐ अपनी कारगुजारी को मजलीस के सामने रखा.
जावेद अलमेलकर भाईने NO DJ NO SONG बॅन के फ्लेक्स हर चौक मे लगाने के बात के साथ साथ 10 नं. मे मदरसे को प्रशासन के तरफ से आये हुऐ नोटीस को सामने रखा.
आलीमो दिन मे से एक मौलाना सहाबने अपनी बात रखते हुआ कहां के मिडीया के जरीऐ जैसे मेरा भारत टाईम्स-सजग टाईम्स-गली न्यूज-फेस बुक उर वाटस् अॅप के जरीये जुलूस मे DJ ना लाने की अपील करने कहां.
फिर पुना शहर की और एक शक्सियत मा. नगर सेवक रईस सुडंके सहाब ने अपनी बात को रखा. जुलुस के वक्त को सुबह निकालने के पिछले साल के फैसले को दोहराया.
हर एक ने एक ही प्लेट फाॅम॔ पर आकर काम करने की बात की. सभी शामिल होनेवाले नौजवानो को सिफ॔ ईस्लामी/सुन्नत लिबाज मे शिरकत करने की राय रखी.
और खुद भी NO DJ NO SONG जुलुस निकालने का अहद किया.अकबर भाई ने अपने बात को रखते हुआ कहां.
DJ को नुकसान पहोचाने से जुलूस मे अफरातफरी मचेगीं.कॅम्प के चारो ओर कमान लगाकर DJ अदंर न आ सके ईस तरहा से रूकावटे पैदा की जाये.
आखीर मे मजलीस ऐ सदर जनाब उस्मान हिरोली सहाबने सदरे खुदबा मे उनके बचपन से लेकर तो अब तक के जुलूस के तौर तरीको को सामने रखा.
सिफ॔ जुलूस के बातो को ही सामने ना रखते हुआ दिगर मसाईलो को भी सामने रखा.
और सब से अहम और किमंती बात को सामने रखा. आखिर बुजूग॔ आखिर बुजुग॔ ही होते है.
उन्होने बताया जिन नौजवानो से हम DJ निकालना चाहते है.
उनके जजबातो को रोकना चाहते है उसके बदले मे हम उन्हे क्या दे रहे है ? आने दो उनके जजबातो को बाहर क्यू न हम ईस के बदले मे उन्हे “
ह. टिपू सुलतान”जयंती मनाने दे. अब तो राष्ट्रपतीजी ने भी उनके शान मे कसा है. कन॔टक सरकार भी मनाती है. क्यू न हम भी मनाये ?
नौजवानो को Option/पय॔य देने की बात कहीं. खुद को 50 के उपर का बताते हुआ नौजवानो को आगे आने फैसले लेने की हिदायत की.
उर सभी से ईल्तजा की के अपने मसहले हम खुद छुडाऐ. औरो के पास जाने से परहेज करने कहां.
आखीर मे आपने “ईडिंयन मुस्लिम फ्रंट”का शुक्रिया अदा किया.
और अपनी बात को खत्म किया.मै ईडींयन मुस्लिम फ्रटं के जानिब से सभी हाजीर आम और खास आशिकाने रसूल का शुक्रगुजा हु
जो सिफ॔ सुबह/दुपहर को मिले हुऐ शाॅट॔ वक्त मिटिगं के दावत पर रात को मिटिगं मे हाजीर थे
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ईद ऐ मिलादुन नबी जुलूस मिटिगं.
उम्मत का खादिम
हाजी गौस भाई येरवडा
IMF पुना शहर अध्यक्ष
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