क्या हम सचमूच ईस पढीलीखी बदन से अपाहीज लेकीन हौसलो से मजबूत लडकी की मदद कर सकते है ?
.यह बिलकीस पठाण है. जिसने M-COM किया है. लेकीन यह बदन से अपाहीज है. यह चल फिर नही सकती. उसे कीसी दुसरे की मदद की जरूरत होती है.
यह IBM मे जाॅब कर रही थी. लेकीन अदंर आना जाने के लिऐ ऑफीस वाले जो मदद करते थे वह उन्हे हमेशा का बोज होने लगा. जाॅब चला गया.
इसके वालीद (पिता)एक अच्छे शोसल वक॔र है. जो अब वाघोली मे रहेते है. और कन्स्ट्रकशन कपंनी मे ड्रायव्हर है.
अब इस माजुर लडकी को “ईलेक्टाॅनिक व्हिल चेअर” की जरूरत है. ता के वह सब खुदब खुद चल फिर सके. और माँ, बाप पर बोझ ना बन ते हूवे जाॅब करके अपना और माॅ बाप का पेठ भर सके. और जो ईतना Struggling से पढी है उसकी भी चिज हो.
तो उस “ईलेक्ट्रीकल व्हिल चेअर” की किमंत 2,10,000/-₹ है. जो 1,50,000/- ₹ मे मिल रही है.
अगर कोई दानीश्वर, तजींम, सस्थां हो तो ईस खादिम या उस लडकी के वालीद को (M. No. 8623988648 को संंपर्क करे.
आप दे दे, दिला दे, नही तो देनेवाले का नाम बता दे
सामाजिक कार्यकर्ता
हाजी गौस शेेख (येरवडा.)